Gold Price Today: सोमवार को शेयर बाजार के साथ-साथ सोने और चांदी की कीमतों में भी गिरावट देखने को मिली। आइए विस्तार से जानें कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्या स्थिति रही।
घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट
एमसीएक्स (MCX) एक्सचेंज पर सोमवार शाम को सोने की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई। 4 अक्टूबर 2024 की डिलीवरी वाला सोना 0.89 प्रतिशत या 623 रुपये की गिरावट के साथ 69,166 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था। यह गिरावट निवेशकों और सोना खरीदारों के लिए महत्वपूर्ण है।
चांदी की कीमतों में भारी गिरावट
चांदी की कीमतों में सोमवार को और भी अधिक गिरावट देखने को मिली। एमसीएक्स पर 5 सितंबर 2024 की डिलीवरी वाली चांदी 3.69 प्रतिशत या 3,045 रुपये की भारी गिरावट के साथ 79,448 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेड कर रही थी। यह गिरावट चांदी के निवेशकों और उद्योगों के लिए चिंता का विषय हो सकती है।
वैश्विक बाजार में सोने की स्थिति
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई। कॉमेक्स (COMEX) पर सोना 1.03 प्रतिशत या 25.40 डॉलर की गिरावट के साथ 2,444.40 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा था। वहीं, गोल्ड स्पॉट में और भी अधिक गिरावट देखी गई, जो 1.91 प्रतिशत या 46.66 डॉलर घटकर 2,396.58 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया।
वैश्विक स्तर पर चांदी का प्रदर्शन
चांदी की वैश्विक कीमतों में भी सोमवार को बड़ी गिरावट दर्ज की गई। कॉमेक्स पर चांदी 4.53 प्रतिशत या 1.29 डॉलर की गिरावट के साथ 27.11 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रही थी। सिल्वर स्पॉट में और भी अधिक गिरावट देखी गई, जो 5.60 प्रतिशत या 1.60 डॉलर घटकर 26.96 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।
गिरावट के संभावित कारण
सोने और चांदी की कीमतों में इस गिरावट के पीछे कई कारण हो सकते हैं:
1. वैश्विक आर्थिक स्थिति: दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं में अनिश्चितता कीमती धातुओं की मांग को प्रभावित कर सकती है।
2. मुद्रा बाजार: डॉलर की मजबूती या कमजोरी सोने-चांदी की कीमतों पर सीधा असर डालती है।
3. ब्याज दरें: केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में बदलाव की अटकलें भी कीमतों को प्रभावित करती हैं।
4. भू-राजनीतिक तनाव: विभिन्न देशों के बीच तनाव या शांति की स्थिति भी कीमतों को प्रभावित करती है।
5. निवेशक भावना: बाजार में निवेशकों का रुझान भी कीमतों को ऊपर-नीचे कर सकता है।
निवेशकों और उपभोक्ताओं के लिए निहितार्थ
1. निवेशकों के लिए: यह गिरावट सोने और चांदी में निवेश करने का एक अच्छा अवसर हो सकता है। हालांकि, सावधानी बरतना आवश्यक है।
2. ज्वेलरी खरीदारों के लिए: कीमतों में गिरावट का मतलब है कि अब ज्वेलरी खरीदना पहले से सस्ता हो सकता है।
3. उद्योगों के लिए: चांदी का इस्तेमाल करने वाले उद्योगों को राहत मिल सकती है।
4. दीर्घकालिक निवेशकों के लिए: लंबी अवधि के निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि कीमती धातुओं में उतार-चढ़ाव आम बात है।
भविष्य की संभावनाएं
कीमती धातुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रहने की संभावना है। निम्नलिखित कारक भविष्य में कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं:
1. वैश्विक आर्थिक सुधार की गति
2. केंद्रीय बैंकों की मौद्रिक नीतियां
3. भू-राजनीतिक घटनाक्रम
4. तकनीकी और औद्योगिक क्षेत्रों में चांदी की मांग
5. निवेशकों का रुझान और बाजार की भावना
सोने और चांदी की कीमतों में आई यह गिरावट बाजार की गतिशीलता को दर्शाती है। यह स्थिति निवेशकों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए अवसर और चुनौतियां प्रस्तुत करती है। बाजार की इस अस्थिरता के बीच, यह महत्वपूर्ण है कि निवेशक सतर्क रहें और अपने निवेश निर्णय सोच-समझकर लें। वहीं, उपभोक्ता इस अवसर का लाभ उठाकर अपनी जरूरत के अनुसार खरीदारी कर सकते हैं। आने वाले समय में, वैश्विक आर्थिक परिदृश्य और विभिन्न बाजार कारकों पर नज़र रखना महत्वपूर्ण होगा, जो इन कीमती धातुओं की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं।
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